OMG : 5 शिकार करके महू में घूम रहा है आदमखोर बाघ, सीएम की नाराजगी के बाद मुंबई से सीधे इंदौर पहुंचे वन मंत्री

OMG : 5 शिकार करके महू में घूम रहा है आदमखोर बाघ, सीएम की नाराजगी के बाद मुंबई से सीधे इंदौर पहुंचे वन मंत्री


इंदौर. महू के आदमखोर बाघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चिंता भी बढ़ा दी है. उनकी नाराजगी के बाद वन मंत्री विजय शाह आज मुंबई से सीधे इंदौर पहुंचे और आनन फानन में अफसरों की बैठक बुलवायी. ये बाघ अब तक एक चरवाहे, तीन गाय और एक नीलगाय का शिकार कर चुका है.
महू के आसपास 43 दिन से एक बाघ घूम रहा है. वो आदमखोर हो चुका है. एक आदमी सहित कुल 4 जानवरों का शिकार बाघ कर चुका है.

इंदौर के महू-मानपुर वन रेंज में घूम रहे बाघ के आदमखोर हो जाने से सरकार की चिंता बढ़ गई है. 43 दिन से घूम रहे बाघ ने एक बुजुर्ग चरवाहे का शिकार कर डाला. इसके अलावा तीन गायों और एक नील गाय को भी बाघ मार चुका है. बावजूद इसके वन विभाग ने कोई कारगर कदम नहीं उठाए. दहशतजदा ग्रामीणों ने जब क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश सरकार में पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से मदद मांगी तो उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात की. इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वन मंत्री विजय शाह को फोन लगा दिया और तत्काल स्थिति की समीक्षा के निर्देश दिए.

मुंबई से सीधे इंदौर पहुंचे वन मंत्री
वन मंत्री मुंबई से सीधे इंदौर पहुंचे और यहां भोपाल के अधिकारियों को बुलाकर उनके साथ बैठक की और बाघ के मूवमेंट की जानकारी ली. सांसद शंकर लालवानी भी उनके साथ बैठक में शामिल हुए. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को बाघ को पकड़ने के निर्देश दिए. इसके लिए भोपाल से भी टीमें बुलाई गई हैं.

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महुआ बीनने गए बुजुर्ग का शिकार
महू -मानपुर रेंज के जंगल में घूम रहे इस आदमखोर बाघ ने रविवार को मलेंडी में चरवाहे सुंदरलाल कुमायूं का शिकार किया. वो जंगल में महुआ बीनने गए थे. तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया. बुजुर्ग को घसीटकर बाघ करीब 300  फीट नीचे गहरी खाई में ले गया और गर्दन से नीचे का हिस्सा पूरा खा गया. पैर भी क्षत-विक्षत कर दिए. महू के साथ ही संभवत: इंदौर जिले में बाघ के इंसान के शिकार की ये पहली घटना है. इससे पहले वो तीन गायों और एक नील गाय का शिकार भी कर चुका है. इसके बावजूद वन विभाग सुस्त ही रहा.

सिर्फ एक पिंजरा
बाघ को पकड़ने के लिए अभी वन विभाग ने एक ही पिंजरा लगाया है. इसके हजारों हेक्टेयर में फैले वन क्षेत्र में महज 10-12 वनरक्षक और 7 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं. वन मंत्री विजय शाह ने हालात की जानकारी लेने के बाद भोपाल से रेस्क्यू टीम बुलाने के निर्देश दिए हैं. बाघ को ट्रेकुलाइज कर जंगलों की ओर ले जाने के लिए कहा गया है. चार-चार टीमें चौबीस घंटे काम में लगी हैं. उनकी भी वीडियो ग्राफी की जा रही है. वन मंत्री ने बताया कि हमने पिंजरे लगवाएं हैं. उनमें बकरे भी बांधे हैं. टीम पूरी तरीके से अलर्ट है. कोई जनहानि ना हो इसके लिए सरकार चिंतित है.

पीड़ित परिवार को मदद
वन मंत्री शाह ने कहा- सुंदरलाल के शिकार की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार ने उनके परिवार को 24 घंटे के अंदर 8 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी है. साथ ही मृतक के अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 25 हजार रुपए नगद दिए गए थे. आज एमपी में साढ़े तीन हजार तेंदुए और 526 बाघ हैं. हालांकि इस टाइगर को ढूंढ़ने की दिन रात कोशिश की जा रही है. जैसे ही वो मिलता है, उसे ट्रैंकुलाइज करके नेशनल पार्क में ले जाकर छोड़ा जाएगा.

वन विभाग ने कहा-बाघ आदमखोर नहीं
वन विभाग अफसर इस बाघ को आदमखोर नहीं मान रहे हैं. चीफ वाइल्ड लाइफ वॉर्डन जे.एस.चौहान का कहना है किसी एक एक्सीडेंटल घटना को आप मेन ईटर के रूप में नहीं देख सकते. हां उसको मॉनिटर करने की आवश्यक्ता है. हम नहीं चाहते कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति हो. ग्रामीणों से अपील है कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है. मलेंडी, आशापुरा, जानापाव का वन क्षेत्र इतना विशाल है कि बाघ 10-15 किलोमीटर दूर तक निकल सकता है. हमारी चार टीमें लगातार मॉनिटर कर रही हैं. ड्रोन कैमरों से भी बाघ की सर्चिंग की जा रही है.

महू वन क्षेत्र में टाइगर का मूवमेंट
-8 मई – आर्मी वॉर कॉलेज कैंपस के कैमरे में दिखा
-14 मई- मलेंडी के ज्ञान सिंह ने जंगल की ओर जाते देखा.
-16 मई- मलेंडी में मवेशी का शिकार
-17-18 मई – वन विभाग के कैमरे में कैद
-23 मई- मलेंडी में मवेशी का शिकार
-24 मई- मलेंडी में वन विभाग के कैमरे में कैद
– 6 जून- मानपुर रेंज के नंदलाई घाटी पर देखा गया.
-9 जून- भरदला संजय जलाशय के पास नील गाय को मारा
-18 जून- मलेंडी के ग्रामीण सुंदरलाल का शिकार

Tags: Indore news. MP news, Wildlife Conservation in India



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