Burhanpur: बांसुरी की धुन और ढोल की थाप से लोग हुए मंत्रमुग्ध, भारत-बांग्लादेश सीमा पर लहराया तिरंगा

Burhanpur: बांसुरी की धुन और ढोल की थाप से लोग हुए मंत्रमुग्ध, भारत-बांग्लादेश सीमा पर लहराया तिरंगा


अंकुश मोरे

बुरहानपुर. भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के द्वारा 24 दिसंबर, 2022 से प्रारंभ हुए मध्य दक्षिणी महोत्सव का समापन भगोरिया की बांसुरी की धुन और ढोल की थाप के साथ सात राज्यों के सामूहिक नृत्य के साथ संपन्न हुआ. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर की टीम के द्वारा त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में मध्य प्रदेश निमाड़ की ओर से भगोरिया फगवा नृत्य प्रस्तुत किया गया. जैसे ही मंच पर बांसुरी की धुन और ढोल की थाप के साथ कलाकारों ने प्रवेश किया पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.

कार्यक्रम में दरबार ने पर्यटन की दृष्टि से मध्य प्रदेश और विशेष तौर से बुरहानपुर के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में परिचय देते हुए त्रिपुरा के लोगों को मध्य प्रदेश आने का निमंत्रण भी दिया. कार्यक्रम में त्रिपुरा के गृहमंत्री राम प्रसाद पाल, केंद्र के निदेशक डॉ. दीपक खिरवड़कर, कार्यक्रम अधिकारी दीपक पाटील सहित अन्य अतिथियों ने मुकेश दरबार और उनकी टीम को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन केंद्र के कार्यक्रम प्रभारी दीपक पाटिल के द्वारा किया गया.

कार्यक्रम का हुआ भव्य समापन

कार्यक्रम में भगोरिया की धुन पर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा आदि राज्यों के कलाकारों ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संदेश देते हुए सामूहिक नृत्य का प्रदर्शन करते हुए भव्य समापन किया. इसका नेतृत्व मुकेश दरबार के द्वारा किया गया, जिसे देखकर दर्शक झूम उठे.

भारत-बांग्लादेश सीमा पर लहराया तिरंगा

भारत-बांग्लादेश सीमा अखोरा बॉर्डर पर हाथों में तिरंगा लिए कलाकारों ने ‘भारत माता की जय’ घोष के नारे लगाए और उपस्थित बीएसएफ जवानों को मध्य प्रदेश की लोक संस्कृति से परिचित कराया. सामने खड़े बांग्लादेशी नागरिकों के द्वारा उक्त क्षण के कई फोटोग्राफ अपने कैमरे में कैद किए गए. दल कार्यक्रम के उपरांत 29 दिसंबर को अगरतला से वापस बुरहानपुर नेपानगर के लिए रवाना हो गया.

Tags: Madhya pradesh news, Mp news



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