शिवपुरी: चांदपाठा झील में जलकुम्भी से जकड़ी बोट, नए साल में नहीं उठा पाएंगे बोटिंग का लुत्फ 

शिवपुरी: चांदपाठा झील में जलकुम्भी से जकड़ी बोट, नए साल में नहीं उठा पाएंगे बोटिंग का लुत्फ 


सुनील रजक/शिवपुरी. चांदपाठा झीलमें हरियाली ने दाग लगा दिया है. आप सोचेंगे ऐसा क्यों तो बता दें कि यहां फैली जलकुंभी ने झील की खूबसूरती तो छीन ही ली है, साथ ही यहां होने वाली बोटिंग भी बंद करवा दी है. करीब 700वर्ग मीटर तक जलकुंभी फैलने से टूरिस्ट विलेज में मप्र पर्यटन विभाग की बोट नहीं चल पा रही है. पिछले 09 दिसंबर से सैलानी यहां से मायूस होकर लौट रहे हैं.

नेशनल पार्क शिवपुरी स्थित चांदपाठा झील (सख्या सागर) में जलकुंभी पैर पसारती जा रही है. जलकुंभी 700 वर्गमीटर में फैल चुकी है जो चांदपाठा में हरियाली का दाग सी साबित हो रही है. जलकुंभी के कारण झील में बोट नहीं चल पा रहीं हैं. टूरिस्ट विलेज होटल पर मप्र पर्यटन विभाग की 9 दिसंबर से बोटिंग बंद पड़ी है. सैलानी बिना बोटिंग के मायूस होकर लौट रहे हैं. साल 2022 समाप्ति की ओर है. लोगसाल 2022 की विदाई को यादगार बनाने पर्यटक स्थल पहुंच रहे हैं, लेकिन बोटिंग का लुत्फ नहीं उठा पा रहे. नए साल पर भी यहां काफी लोग पहुंचेंगे, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी.

रामसर साइट का दर्जा मिला, फिर भी संरक्षण व संधारण का कार्य नहीं
चांदपाठा को 26 जुलाई 2022 को रामसर साइट का दर्ज मिला है। मप्र में भोपाल तालाब के बाद दूसरी रामसर साइट शिवपुरी चांदपाठा है। इसके बाद भी संरक्षण व संधारण का कार्य नहीं कराया जा रहा है.बता दें कि चांदपाठा झील 3.4 वर्गकिमी में फैलीहै, जहां से बोटिंग शुरूहोती है, उसी जगह सारी जलकुंभी पसरी है.

इसके अलावा 4 और जगह 100 मीटर में फैली हैं जलकुम्भी
शिवपुरी के चाँदपाठा झील में वोटिंग के आसपास के अलावा अलग अलग 4 जगह 100 -100 मीटर में जलकुम्भी झील को जकड़े हुए हैं, वहीँ बजट ना होने के कारण, जलकुम्भी की सफाई भी नहीं हो पा रही हैं. पिछले सात माह में जलकुंभी के कारण 41 दिन बोटिंग बंद रही है. इनमेंजून माहमें 5 दिन, जुलाई में 6 दिन, अगस्त माह में 2 दिन, सितंबर में 12 दिन, अक्टूबर में 2 दिन, नवंबर में 6 दिन, वहीं दिसंबर माह में 16 दिन बोटिंग बंद रही है.

Tags: Madhya pradesh news, Shivpuri News



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