फिंगर प्रिंट नहीं आया तो बच्चे को प्राइवेट स्कूल से निकला, गरीब पिता अब परेशान – News18 हिंदी

फिंगर प्रिंट नहीं आया तो बच्चे को प्राइवेट स्कूल से निकला, गरीब पिता अब परेशान – News18 हिंदी


रिपोर्ट: सुनील रजक

शिवपुरी: सिरसौद में एक गरीब मासूम बच्चे को निजी स्कूल ने सिर्फ इसलिए बाहर का रास्ता दिखा दिया, क्योंकि बायोमेट्रिक मशीन में उसके फिंगर प्रिंट रिकॉर्ड नहीं हो पा रहे थे. पिछले साल इस बच्चे का प्राइेवट स्कूल में एडमिशन शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत हुआ था. बच्चे को निकाले जाने से उसका गरीब पिता परेशान है.

दरअसल, आरटीई-2009 के तहत बच्चों को 6 से 14 वर्ष की उम्र तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित किया गया है. इसमें निजी स्कूलों को भी कुछ सीटों पर गरीब बच्चों को भर्ती करना होता है. आरटीई के तहत सिरसौद गांव में एक गरीब परिवार के बच्चे का चयन पिछले वर्ष प्राइवेट स्कूल में हुआ था, जहां यह बच्चा LKG में पढ़ रहा था. लेकिन, इस वर्ष किन्हीं कारणों से छात्र के फिंगर प्रिंट रिकॉर्ड नहीं हो पा रहे थे. इस वजह से शासन द्वारा प्राइवेट स्कूल को फीस का भुगतान नहीं हो सका और उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

अफसर भी नहीं सुन रहे गुहार
प्राइवेट स्कूल के संचालक ने फीस का हवाला देकर गरीब छात्र को विद्यालय से निकाल दिया. शिक्षा के अधिकार अधिनियम में पात्र होने के बाद भी अब यह मासूम पढ़ाई छोड़कर घर बैठा है. बेटे की शिक्षा को लेकर पिता भी चिंतित हैं. बेटे की शिक्षा को लेकर मजबूर पिता शिवपुरी और करैरा में अधिकारियों के सामने गुहार लगा चुका है, जहां से अब तक उसे सिर्फ आश्वासन ही मिला है.

फीस जमा करो तभी होगा एडमिशन
पिता ने बताया, मैं तो पढ़ा-लिखा नहीं हूं, लेकिन मैंने अपने बच्चे का दाखिला BPL राशन कार्ड के माध्यम से एक प्राइवेट स्कूल में कराया था. लेकिन बच्चे के फिंगर प्रिंट नहीं आने के चलते उसको स्कूल प्रबंधन ने निकाल दिया और कहा है कि जब फीस जमा होगी, तब बच्चा यहां पढ़ सकेगा. पिता का कहना है कि पैसे नहीं होने के चलते मैं उसकी फीस नहीं भर सकता. अब फिंगर प्रिंट क्यों नहीं आ रहा, ये वह भी नहीं जानता.

Tags: Mp news, Private School, Shivpuri News



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