ग्वालियर के सैंड स्टोन की देश-विदेश में भारी मांग, 1000 रुपये करोड़ से ज्यादा का है व्यापार

ग्वालियर के सैंड स्टोन की देश-विदेश में भारी मांग, 1000 रुपये करोड़ से ज्यादा का है व्यापार


विजय राठौड़

ग्वालियर. मध्य प्रदेश के ग्वालियर को अपने नवीनतम इतिहास के लिए जाना जाता है. तो वहीं, दूसरी तरफ यहां कई ऐसी प्राकृतिक संपदाएं हैं, जो देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक प्रचलन में लाई जा रही हैं. इनमें से एक ग्वालियर का बलुआ पत्थर है, जिसकी मांग दिनों दिन देश के साथ-साथ विदेशों में भी बढ़ती जा रही है. यही कारण है कि लगभग हर साल 68,000 टन बलुआ पत्थर दुनिया में सौ से भी अधिक देशों में निर्यात किया जाता है. बलुआ पत्थर का लगभग 500 करोड़ रुपए का सालाना कारोबार है.

ग्वालियर स्थित स्टोन पार्क इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सत्यप्रकाश शुक्ला ने बताया कि यह पत्थर न सिर्फ देखने में बेहद आकर्षक है, बल्कि यह विशेष भी है. इसकी विशेषताएं गिनाते हुए उन्होंने कहा कि यह पत्थर सर्दियों में न तो अधिक ठंडा होता है और न ही गर्मियों में अधिक गर्म. दुनिया में बहुत ही कम स्थान हैं जहां इस तरह का पत्थर पाया जाता है. सबसे बड़ी बात इस पत्थर में फिसलन बेहद कम होती है जिसके चलते इसका प्रयोग अधिकांश सीढ़ियों व विदेशों में बन रहे स्विमिंग पूल में किया जाता है. वर्तमान में लोग इसका प्रयोग अपने फार्म हाउस या घर के गार्डन में बने वाकिंग एरिया के लिए भी कर रहे हैं. इसके अलावा छत के तापमान को सामान्य रखने के लिए भी इस पत्थर को लगाया जा रहा है.

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मध्य प्रदेश

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ग्वालियर से विदेशों तक सफ़र तय करता है यह पत्थर

ग्वालियर स्थित स्टोन पार्क में लगभग 50 इकाइयों के द्वारा हर साल तकरीबन 68 हजार टन पत्थर दुनिया भर के 100 देशों में भेजा जाता है. सूत्रों की मानें तो एक कंटेनर में लगभग 27 टन पत्थर पर आता है. यह करीब 400 से 500 वर्ग मीटर पत्थर के बराबर होता है. कुछ समय पूर्व कार्गो भाड़ा बढ़ने से व्यापार में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन वर्तमान में व्यापार फिर से अपने रुआब पर चढ़ने लगा है.

बता दें कि, ग्वालियर से लकड़ी की पेटियों में पैक होकर ट्रकों के माध्यम से बलुआ पत्थर को देश के बंदरगाहों तक पहुंचाया जाता है जहां से इसे कंटेनर में लोड करवा कर समंदर के रास्ते विदेशों तक पहुंचाया जाता है. सत्यप्रकाश शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में ग्वालियर के पत्थर कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, अबूधाबी, दुबई, मलेशिया, सिंगापुर, टर्की, इराक, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, बेल्जियम के साथ कई अन्य देशों में पसंद किया जा रहा है. यहां से इसकी डिमांड निरंतर बढ़ रही है.

शासन स्तर पर मदद मिले तो और अच्छा होगा कारोबार

मध्य प्रदेश स्टोन इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष उपेंद्र तोमर ने बताया कि हर माह लगभग डेढ़ सौ कंटेनर माल विदेशों में भेजा जाता है. ग्वालियर का पत्थर विदेशों में काफी लोकप्रिय हो चुका है. यदि शासन स्तर पर हमें सहयोग किया जाए और ग्वालियर में कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जाए तो यह कारोबार और अधिक फलीभूत हो सकता है.

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